कुक्कुटाण्डत्वक भस्म
द्रव्य–
झिल्ली रहित शुध्द किये हुए अण्डों के छिलके १ सेर |
विधि –
१ घडे में भर गजपुट की अग्नि देवें इस तरह दो बार अग्नि देवे |
फीर छिलकों की भस्म से आठवां हिस्सा सिंगरफ मिला नींबू के रस में १२ घण्टों खरल कर २-२ तोले की टिकिया बनावें | फिर ४ संपुट बना ५-५ सेर गोबरी की अग्नि देवें | इस तरह ३ पुट देने से मुलायम हल्के वनज की सफेद भस्म तैयार होती है |
गुणधर्म और उपयोग –
रसतन्त्रसार प्रथम खण्ड में लिखे अनुसार